tag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post6105811477168156746..comments2023-11-02T14:43:02.525+05:30Comments on Indian Sher-o-shayari Dil ki Aawaaz: Ambar ki ye unchayi sagr ki ye gahrai by Sarferz AhmadAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/06864731529849116926noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-19737238642697763572021-05-05T19:14:22.381+05:302021-05-05T19:14:22.381+05:30❣️Abhi khoya nhi hu Teri Yaad me ...
Faqat khud ...❣️Abhi khoya nhi hu Teri Yaad me ...<br />Faqat khud ko paya hai bas Teri Yaad Mai ....<br /><br />❣️Tu Jo Na hota To sukoou Jane Kaha hota..<br /> Ha Tu nhi janta Jo Tu Mila mujhe Teri Yaad me.<br /><br />❣️Tujhe u sochna bhi ab nafa bakhs Lagta nhi mujhe....<br /> Akhir Tu Jo Pasand krta nhi u Mera Hona Teri Yaad me.....<br /><br />❣️Mere liye Tu Lahasil hi Sahi magar.....<br /> Acha lgta h tera mil Jana U Teri Yaad me....<br /><br />❣️Haa toot jata hu aksar janta hu Mai......<br /> Magar Acha lgta h Mera wo judna bhi Teri Yaad me.....<br /><br />❣️Tujhe malooom hi nhi h zamane ke mukhalifin Ka Firdous....<br /> Log Khair khua kehte h jinko wo rehne dete nhi mujhko Teri Yaad me...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16596215322973188313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-83554678870414146862018-03-15T13:32:32.461+05:302018-03-15T13:32:32.461+05:30ऐ कलम रुक जा मुहब्बत का मक़ाम है !
तेरी नीब के निचे...ऐ कलम रुक जा मुहब्बत का मक़ाम है !<br />तेरी नीब के निचे मेरे जिगर का नाम है !<br />सरफेराज अहमद Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-42401569525042558892018-03-15T13:31:01.901+05:302018-03-15T13:31:01.901+05:30मै कहता हु अपने आप को पहचानो !
दुनिया में जो कुछ ह...मै कहता हु अपने आप को पहचानो !<br />दुनिया में जो कुछ है वह सब तुम्हारा लिए है !<br />दिल से डर और खौफ बिलकुल निकल दो !<br />दरियाओं में कूद पडो लहरों से लड़ो !<br />चट्टानों से टकरा जाओ क्योंकी !<br />जिंदगी फूल की सिच नहीं मैदाने जंग है !<br />सरफेराज अहमद <br />Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-40328951955422184542018-03-15T13:22:15.879+05:302018-03-15T13:22:15.879+05:30मै कहता हु अपने आप को पहचानो !
दुनिया में जो कुछ ह...मै कहता हु अपने आप को पहचानो !<br />दुनिया में जो कुछ है वह सब तुम्हारा लिए है !<br />दिल से डर और खौफ बिलकुल निकल दो !<br />दरियाओं में कूद पडो लहरों से लड़ो !<br />चट्टानों से टकरा जाओ क्योंकी !<br />जिंदगी फूल की सिच नहीं मैदाने जंग है !<br />सरफेराज अहमद <br />Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-9342660833538745112018-03-15T08:27:43.812+05:302018-03-15T08:27:43.812+05:30एक लड़की बुर्खा पहन कर पढ़ने जाती थी !
रस्ते में एक ...एक लड़की बुर्खा पहन कर पढ़ने जाती थी !<br />रस्ते में एक लड़का उससे कहता था !<br />ऐ लड़की अपने रुख्से पर्दा हटा !<br />मेरी मोहब्बत कबूल कर जरा जलवा दिखा !<br />रोज़ लड़का यही कहता मगर लड़की चुप चाप चली जाती !<br />आखिर में लड़का ने फिर कहा !<br />ऐ लड़की अपने रुख से पर्दा हटा !<br />मेरी मुहब्बत कबूल कर जरा जलवा दिखा !<br />वरना मै खुदखुशी कर लूंगा !<br />लड़की इस बार भी कुछ नहीं बोली !<br />अगले दिन से वो लड़का वह दिखाई नहीं देता था !<br />फिर एक दिन लड़की ने कहा के एक बूढ़े से !<br />पूछा की वह लड़का कहा है !<br />तो बूढ़े ने कहा की वो तो खुद ख़ुशी कर लिया !<br />लड़की ने कहा आप मुझे उसके कब्र को दिखा सकते है !<br />बूढ़े ने उससे कब्र के पास पहुंचा दिया !<br />लड़की रुख से पर्दा हटा कर कहती है !<br />ऐ मेरे गुमनाम आशिक ले रुख से पर्दा हटा दिया !<br />जी भर कर मेरा दीदार कर !<br />तो कब्र से आवाज़ आती है !<br />ऐ मेरे खुदा ये तेरा कैसा इंसाफ है !<br />आज मै परदे में हु और वो बेनकाब !<br />सरफेराज अहमद <br />Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-87387686621618526972018-03-15T08:12:04.861+05:302018-03-15T08:12:04.861+05:30कभी कभी सचमुच दिल के जज़्बात को लफ्ज़ो में बयां करना...कभी कभी सचमुच दिल के जज़्बात को लफ्ज़ो में बयां करना मुश्किल होजाता है !<br />लेकिन जाने क्यों जब दिल तुमसे कुछ कहना चाहता है....... <br />मेरे लिए तुम्हारी क्या अहमियत है यह बताना चाहता हु !<br />तो खत से बढिया तरीका कोई और नहीं याद आता है !<br />मुझको कहा मालूम था की मेरी ज़िन्दगी मुझ पर एक दिन इतनी मेहरबान होगी !<br />मेरा मुलाकात तुम जैसी लड़की से करवाएगी !<br />एक ऐसी लड़की से जिससे मेरी खुबिया पे तो फख्र होगी ही !<br />मेरी कमिया पे भी होगी कोई एतराज़ नहीं जिससे सिर्फ मुझसे प्यार होगा !... <br />उसको तो सिर्फ मतलब होगा मेरे जज़्बात से मेरे साथ से !<br />हा मुझे कहा मालूम था की मै ईश्वर से एक बूँद मांगू तो रिम झिम बरसात होगी !<br />एक फूल मांगू तो खुशबू की कयामत मिलेगी !<br />एक आवाज़ दू तो कंधे पर तुम्हारा मुलयम हाथ मिलेगा !<br />पल दो पल की बात नहीं जीवन जीवन भर का साथ मिलेगा !<br />सरफेराज अहमद Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-61726281067958292252018-03-15T07:54:55.793+05:302018-03-15T07:54:55.793+05:30मुझको छाओ मे रखा, और खुद चलता रहा है धुप मे !
मैंन...मुझको छाओ मे रखा, और खुद चलता रहा है धुप मे !<br />मैंने देखा है एक फरिश्ता बाप के रूप मे !<br />माँ की गोद से कबर की दिवार तक जिंदगी के हर पहलु पे नज़र डाल के देखा !<br />तब जा कर समझ आया के खुदा के सेवा कोई काम नहीं आता !<br />इंसान भी अजीब मिजाज का है जो उसकी तबियत को समझे वो अच्छा लगता है !<br />जो उसकी नियत को समझे वो बुरा लगता है ! <br />बाप वो आजिम हंसती है जिसके पसीने की एक बून्द की कीमत भी अवलाद अदा नहीं कर सकती है !<br />जानते हो मोहब्बत क्या है हर उस बात को नज़र अंदाज़ करना जिससे तालुक टूट जाने का अंदेशा हो !<br />बाज़ लोग इतने बहादुर होते है की अगर उनकी ज़िन्दगी मे गम भर जाये<br />तो उनके कहकहो म शिदत आजाती है बुरी नजर लग जाये तो अच्छी किस्मत भी साथ नहीं देती !<br />बोलना तो सबको आता है किसी का दिमाग बोलता है किसी का एख़लाक़ और किसी की जुबान !<br />बेटियों को हमेशा कहा जाता है के सियानी बनो क्योंकि तुम्हे दूसरे घर जाना है !<br />लेकिन कभी बेटों को क्यों नहीं कहा जाता के सयाने बनो <br />कोई तेरे लिए अपना घर छोर्ड कर आयी है !<br />इंसान सबसे ज़्यादा मुहब्बत के नाम पर बिकता है ! <br />और सबसे महंगी इंसान को मोहब्बत ही पड़ती है !<br />अकल छोटी होजाये तो ज़ुबान लम्बा होजाती है <br />वक़्त बहुत ज़ालिम है तजुर्बे दे कर मस्सोमियत छीन लेती है !<br />अफ़सोस की बात जानते हो क्या है <br />हमारे हाँ गैरत के नाम पर सिर्फ अपनी बहन क़तल की जाती है !<br />दुसरो की बहनो की हम <br />वीडियोस बनाते है किसी को दुःख देना एक क़र्ज़ है जो आपको किसी और के हाथो मिलेगा !<br />इज़्ज़त औरत को दिए जाने वाले तोहफों मे सबसे अहम् तोहफा होता है !मगर इतना कीमती तोहफा देना <br />हर मर्द की बस की बात नहीं आम तौर पर यादें निढाल करती है !<br />मगर एक याद ऐसी है जो निहाल करती है और वो है खुदा की याद <br />वक़्त की दोस्ती तो हर कोई करता है!<br />मजा तो तब है जब वक़्त बदल जाये <br />पर दोस्त न बदले फ़िक्र न करो मैँ हर मुश्किल मई तुम्हारे साथ हूँ !<br />लेकिन माज़रत के साथ ये जुमला अक्सर वो लोग बोलते है !<br />जो वक़्त पड़ने पर कभी भी मौजूद नहीं होते इंसान कितना ही <br />गुनहगार क्यों न हो खुदा हमेशा उससे मेरा बन्दा कह कर ही पुकारता है <br />और मायूसी से बचता है आज कल लोग अपना आधा वक़्त <br />अनजान लोगो को इम्प्रेस करने मे और आधा वक़्त अपनों को <br />इग्नोर करने मे गुज़ार देते है बाबा कहते है दुःख तो रूहानियत की सीढ़ी है <br />इनसे मत घबराओ खुसी मनाओ के उस मेहरबान रब ने तुम्हे चुन लिया है <br />अगर तनक़ीद ही करनी हो तो नरम लहजे से कीजिये क्योंकि नरम लहजे <br />जमीर जगाता है जबकि सख्त लहजा आना को जगा देता है <br />दुसरो को अपने बारे मई सफइया देकर अपना वक़्त जाया न कीजिये <br />लोग उतना ही समझते है जितनी उनकी अवकात होती है <br />किसी को इतना मजबूर नहीं करना चाहिए के वो अपनी ख़ामोशी तोर्ड कर <br />लफ्ज़ो से तुम्हारी धजिया उड़ा दे जब कोई दिल दुखता है <br />तो मैं चुप रहना पसंद करता हु शायद मेरे जवाब से बेहतर <br />वक़्त का जवाब होगा इतना करो के जब खुद पे आजाये <br />तो बर्दाश्त कर सको कुछ लोग आंसुओ की तरह होते हैक्योंकि पता ही नहीं चलता <br />की साथ दे रहे है या साथ छोर्ड रहे है नसीब का लिखा मिल कर ही रहता है <br />कब कहा और कैसे ये सिर्फ खुदा ही जानता है खुश नसीब वो नहीं <br />जिसका नसीब अच्छा है बल्कि खुश नसीब वो है जो अपने नसीब पर खुश है <br />तीन रिश्ते बेनक़ाब होजाते है बुरड़पा मई अवलाद मुसीबत मे दोस्त <br />और ग़ुरबत मे बीवी कदर करनी है तो जिंदगी मे करो <br />चहरे से क़फ़न उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है <br />अच्छे होते है बुरे लोग क्योंकि के वो अच्छा होने का दवा नहीं करते है कागज की कश्ती थी <br />मिटटी का किनारा था खेलने की मस्ती थी और दिल ये आवारा था <br />कहा आगए इस समझदारी की दल दल मे वो नादान बचपन ही <br />कितना प्यारा था <br />Sarferaz AhmadSarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2356395327342191156.post-69705662027740731672017-10-20T02:10:47.004+05:302017-10-20T02:10:47.004+05:30तुझे खोना नहीं चाहता था माँ
ज़िन्दगी मे बहुत कुछ प...तुझे खोना नहीं चाहता था माँ <br />ज़िन्दगी मे बहुत कुछ पाया और बहुत चीज खोया<br />लेकिन तुझे खोना नहीं चाहता था माँ <br />ज़िन्दगी ने कभी हसाया और कभी रुलाया <br />लेकिन तुझे रुलाना नहीं चाहता था माँ <br />याद आती है बहुत तेरी बचपन की वो लोरी <br />इसी लिए तेरी गोद के इलावा कही और सोना नहीं चाहता माँ <br />कितना डाटा था तूने बचपन मे <br />अब क्यों नहीं डाटती तू मुझे माँ <br />कैसे ज़िंदा रह पाउँगा मै तेरे बगैर<br />कभी फुर्सत मिले मुझे तू ये तो बता माँ<br />ज़िन्दगी तूने तो मेरी रौशन कर दी <br />लेकिन खुद किस अँधेरे मे खो गयी तू माँ <br />कभी तो खिला मुझे अपने हाथो की रोटी <br />आज कल भूख बहुत मुझे लगती है माँ <br />कहा हो तुम आकर, लागलो गले इस बेबस सरफेराज को <br />न जाने किस कश मे निकल जाये मेरी साँस माँ <br />सरफराज अहमद <br />Sarferaj Ahmedhttps://www.blogger.com/profile/01561647916973778650noreply@blogger.com